माल परिवहन में लगे ट्रक मालिकों के लिए ब्लैकबक ने फ्री फास्टैग पहुंचाने की व्यवस्था की है। भारत के सबसे बड़े ऑनलाइन ट्रकिंग प्लैटफॉर्म ब्लैकबक का कमर्शियल ई-टोल कारोबार के बाजार पर 25 प्रतिशत अधिकार है। ट्रक मालिक ब्लैकबक के Boss बॉस ऐप पर फास्टैग्स ऑर्डर कर सकेंगे। यह डिजिटल सेवा प्लेटफॉर्म खास कर ट्रक फ्लीट मालिकों के लिए है और 31 दिसंबर 2019 तक जारी रहेगी। गौरतलब है कि 15 दिसंबर से राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरने वाले सभी वाहनों के लिए फास्टैग्स अनिवार्य होगा वरना टोल पर शुल्क का दोगुना नकद भुगतान करना होगा। सरकार ने 15 दिसंबर तक टोल पर फास्टैग लेने की निःशुल्क व्यवस्था की है।
फास्टैग से जुड़ी खास बातें...
ऐप के जरिए करना होगा आवेदन
Boss ऐप पर आवेदन करने के 4-5 दिनों के अंदर ट्रक मालिकों के पते तक पहुंचेगा फास्टैग। ट्रक मालिकों को ऐप डाउनलोड कर (गूगल प्ले स्टोर और आईओएस स्टोर पर निःशुल्क उपलब्ध) उस पर अपना पता और ट्रक के विवरण देने होंगे। फास्टैग्स, बिना अतिरिक्त शुल्क, 4-5 दिनों में उनके घर या कार्यालय पहुंच जाएंगे।
क्या है फास्टैग और ये काम कैसे करता है?
यह एक रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन टैग है जिसे वाहन के विंडशील्ड पर लगाया जाता है, ताकि गाड़ी जब टोल प्लाजा से गुजरे तो प्लाजा पर मौजूद सेंसर फास्टैग को रीड कर सके। वहां लगे उपकरण ऑटोमैटिक तरीके से टोल टैक्स की वसूली कर लेते हैं। इससे वाहन चालकों के समय की बचत होती है। एनपीसीआई के आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में देश के 537 टोल प्लाजा पर फास्टैग के जरिए टोल टैक्स की वसूली की जा रही है।
अगर फास्टैग नहीं लगवाया तो क्या होगा?
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बताया है कि जो भी कोई फास्टैग नहीं लगवाएं उसे डबल टोल का भुगतान करना होगा। हालांकि बिना फास्टैग लगी गाड़ियो के लिए टोल प्लाजा पर एक लैन रहेगी ।
फास्टैग को बैंक अकाउंट से कैसे लिंक करेंगे, रिचार्ज कैसे होगा?
- फास्टैग खरीदने पर इसे माय फास्टैग ऐप की मदद से बैंक अकाउंट से लिंक किया जा सकेगा। इसमें यूजर को व्हीकल रजिस्ट्रेशन नंबर डालना होगा, जिसके बाद फास्टैग एक्टिवेट होगा। ऐप पर यूपीआई पेमेंट के जरिए यूजर अपने फास्टैग को रिचार्ज कर सकेंगे।
- इसे पेटीएम से भी खरीदा जा सकेगा। पेटीएम पर वाहन की रजिस्ट्रेशेन नंबर और व्हीकल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट अपलोड कर नए फास्टैग के लिए आवेदन किया जा सकता है। सभी फास्टैग ग्राहकों को टोल पेमेंट करने पर 2.5% कैशबैक भी मिलेगा।
फास्टैग से जुड़ी दिक्कतें कैसे दूर होंगी?
फास्टैग से जुड़ी कई दिक्कतें जैसे फास्टैग का ठीक से स्कैन ना होना, फास्ट टैग का डैमेज या टूटने पर या फिर अकाउंट में पैसा होने पर टोल नहीं दे पाने जैसी दिक्कतों को आप एक फोन कॉल के जरि, सुलझा सकते हैं। नेशनल हाईवे ऑथोरिटी के नेशनल हेल्पलाइन नंबर 1033 पर कॉल करके, या फिर हाईवे ऑथोरिटी की वेबसाइट www.ihmcl.com या MyFastTag मोबाइल ऐप के जरिए फास्टैग से जुड़ी अपनी समस्या बता सकते हैं।